Real fans of shrey singhal 786



















लोग डूबते हैं तो समंदर को दोष देते हैं,

मंजिल न मिले तो मुकद्दर को दोष देते हैं,

खुद तो संभल कर चल नहीं सकते लोग,

जब ठोकर लगती है तो पत्थर को दोष देते हैं।








आज तेरे लिए वक्त का इशारा है,

देखता ये जहां सारा है,

फिर भी तुझे रास्तों की तलाश है,

आज फिर तुझे मंज़िलो ने पुकारा है।



ज़िन्दगी बहुत हसीन है,

कभी हंसाती है, तो कभी रुलाती है,

लेकिन जो ज़िन्दगी की भीड़ में खुश रहता है,

ज़िन्दगी उसी के आगे सिर झुकाती है।

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